भारत जैसे सांस्कृतिक देश में जहाँ पर शाकाहारी खाने को ज्यादा पसंद किया जाता है, एैसे देश में इस बात पर ध्यान देना कि दाल में नहीं होता प्रोटीन, जहाँ पर लोग सदियों से दाल को प्रोटीन का मुख्या स्रोत मानते आ रहे हैं एैसा तो आमतौर पर नहीं होता, लेकिन हाल ही में पोषड़ विशेषज्ञों का कहना है कि दाल में नहीं होता प्रोटीन और दाल नहीं है प्रोटीन का मुख्या स्रोत। आइये जानते है पूरी रिपोर्ट …
जब आप दाल के तत्वों को जांचते हो तो आप पाओगे की दाल में नहीं है ज्यादा प्रोटीन, दाल में macronutrients होते है और जब आप इनकी जांच करते हो तो सबसे ज्यादा जो macronutrients होते हैं वह carbohydrate, fiber और कुछ प्रोटीन होते है , एैसा India Today के साथ एक इंटरव्यू में देश की जानीमानी पोषड़ विशेषज्ञ (Nutritionist ) संगीता अय्यर ने बताया है।
प्रोटीन के प्रकार (Types of Protein) :
एक स्वस्थ शरीर को स्वस्थ रहने के लिए 20 तरह के Amino Acid की जरूरत होती है। इनमें से 11 प्रकार के Amino Acid तो शरीर खुद बना लेता है लेकिन बाकी के 9 Amino Acid शरीर खुद नहीं बना सकता , इन्हे भोजन ग्रहण करके प्राप्त करना होता है। इसलिए ये बात जरुरी हो जाती है की दाल में नहीं होता प्रोटीन जितनी हमारे शरीर को जरूरत है लेकिन आमतौर पर लोग अपने डेली डाइट में तो दाल ही खाते हैं। प्रोटीन को तब अच्छा माना जाता है जब अगर उसमे ये 9 Amino Acid सही मात्रा में मौजूद हों। दाल में प्रोटीन तो होता है, लेकिन इसमें जरुरी सभी 9 Amino Acid नहीं होते हैं बल्कि इसमें carbohydrates की मात्रा सबसे अधिक होती है।
जैव उपलब्धता (Bioavailability) :
एक मानव शरीर को स्वस्थ रहने के लिए जितने प्रोटीन की आवश्यकता होती है उतने प्रोटीन के हिस्से को शरीर इस्तेमाल कर लेता है, इस प्रक्रिया को जैव उपलब्धता कहते हैं। एैसा हर दाल में नहीं होता प्रोटीन उसमे ना पाया जाये पाए जाने वाला प्रोटीन उतने मात्रा में जैव उपलब्ध नहीं होता जितना कि मांस, अंडा या दूध व दही में होता है।
दाल में नहीं होता प्रोटीन, तो क्या अब जितने भी शाकाहारी लोग है, उन्हें दाल छोड़ना होगा? नहीं!
दाल के फायदे (Benefits of Lentils) :
मानव शरीर को कितने तरह के पोषक तत्वों की आवश्यकता है वह तो लोगो की Lifestyle, Kind of Exercise, उनके height-weight और Nature of Body पर निर्भर करता है। लेकिन दाल में नहीं होता प्रोटीन सबसे ज्यादा क्यूंकि दाल में Carbohydrates सबसे अधिक मात्रा में होता है और उसके Fiber और Protein से भरपूर होता है, दाल को प्रोटीन का मुख्या स्रोत न मानने के बावजूद इसे अपने डाइट में शामिल करना फायदेमंद होता है क्यूंकि दाल में कम प्रोटीन होने कारण अगर इसको किन्ही दुसरो तत्वों के साथ सेवन करे तो बहुत फायदेमंद होता है।
कैसे पाएं पूरा प्रोटीन (How to get Complete Protein) :
इसमें ज्यादा परेशान होने की बात नहीं है की दाल में नहीं होता प्रोटीन जितना हमे डेली डाइट में जरूरत है, तो इसलिए दाल को अन्य तत्वों के साथ अपने भोजन में ग्रहण करने पर ज्यादा फायदेमंद परिणाम प्राप्त होता है जैसे – यदि आप मूंग दाल को चावल के साथ मिलाते हैं , तो मूंग दाल में जो दो आवश्यक Amino Acid नहीं हैं वो चावल को साथ में मिला लेने पर एक दूसरे को सम्पूर्ण कर देते हैं। अब आवश्यक Amino Acid प्राप्त करने के लिए और शरीर के द्वारा अवशोषित होने के लिए मूंग दाल और चावल की मात्रा पर्याप्त होनी चाहिए।
दाल को दूसरी चीज़ो के मिलाके सेवन करने का और भी फायदा होता है जैसे – सोयाबीन के साथ , दूध से बने चीज़ों के साथ (दही , पनीर , दूध) ऐसे मिलाके खाने पर दाल और भी ज्यादा लाभकारी होता है।
मूंग की दाल (Mung Daal)
यहाँ पर एक समाधान है आपकी चिंता का जो आपको इस बात से हो रहे थी की दाल में नहीं होता प्रोटीन उतना हमे कम्पलीट डाइट दे सके, इसलिए हमे प्रयोग करना चाहिए छिलके वाली मूंग दाल (जिसे कुछ जगह हरे चने के रूप में जाना जाता है) सबसे अधिक उपयोग किये जाने वाली या सुपरफूड्स में से एक है। हर घर में बनने वाली यह दाल हल्की होने के कारण पचाने में आसान होती है, इसकी इसी विशेषता के कारण जब कोई बीमार होता है तब डॉक्टर भी मूंग दाल को या इससे बनी खिचड़ी को खाने की सलाह देता है।